नरेन्द्र मोदी ने अपने ‘ऐप’ के जरिए एक सर्वे का नाटक किया उसमें सवाल इस प्रकार सजाये गये कि जवाब देने वाला केवल नोटबंदी के पक्ष में ही बोल सके, असहमति या आलोचना की कोई जगह नहीं दी गई थी. यह कुछ वैसा ही था जैसा कि अर्नब गोस्वामी ने एक बार नरेन्द्र मोदी का इण्टरव्यू लेते समय किया था. इस सर्वे में असहमत होने का कोई विकल्प नहीं था और यह बात अन्तर्निहित थी कि नोटबंदी की आलोचना करने वाले भ्रष्टाचार और आतंकवाद के हिमायती हैं. वैसे भी यह सर्वे एक मजाक से ज्यादा कुछ नहीं था क्योंकि केवल स्मार्ट फोन वाले ही इसमें जवाब दे सकते थे जोकि केवल 17% भारतीयों के पास ही है. छलावे वाले इस सर्वे की जगह हमने ऐसे 10 सवालों को नीचे लिखा है जो एक जिम्मेदार प्रधानमंत्री अपने सर्वे में जरूर पूछता, उसके आगे 10 राजनीतिक सवाल और दिये गये हैं जिनका जवाब मोदी को संसद, मीडिया और आम जनता के सामने देना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
1. बैंक/एटीएम की लाइनों में आपने कितना समय खर्च किया?
2. क्या आप अपनी जरूरत के लायक पैसा बैंक से निकाल पाये? यदि हां, तो इसमें कितना समय लगा?
3. क्या आपके इलाके में बैंक/एटीएम में पर्याप्त कैश मौजूद था?
4. क्या आपके पड़ोस में परचून, चाय, सब्जी, कैण्टीन और दूध वाले तथा स्कूलों कैशलेस पेमेण्ट स्वीकार कर रहे हैं? और आपके पास कैशलेस भुगतान का साधन है?
5. क्या किसी दलाल ने कमीशन लेकर आपके 500 व 1000 के पुराने नोट बदलने की पेशकश की?
6. नोटबंदी से आपको क्या-क्या मुश्किलें आ रही हैं?
7. नोटबंदी से आयी आपदा के लिए –
8. आपके अनुसार निम्नलिखित में से क्या सही है?
9. आपके अनुसार नोटबंदी ने सबसे ज्यादा नुकसान किसे पहुंचाया?
10. नोटबंदी के बारे में आपकी राय?