पटना से साठ किलोमीटर पश्चिम आरा में रहने वाले नईमुद्दीन को काठ मार गया है. सोलह साल पहले घृणित रणवीर सेना द्वारा उसके परिवार के पाँच सदस्यों का कत्लेआम हुआ था. सोमवार को उनको पता चला कि इस मामले में सभी आरोपियों को पटना उच्च न्यायालय ने बरी कर दिया है.
बथानी टोला का ‘शहीद स्मारक’ याद दिलाता है कि इसी दिन उन हत्यारों ने यहीं सोलह अन्य लोगों की जान भी ले ली थी. लेकिन हाई कोर्ट के फैसले के मुताबिक आज कोई भी दोषी नहीं है. ...
इस फैसले का विरोध केवल एक राजनीतिक पार्टी भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्कसवादी-लेनिनवादी) ने किया. इसने छानबीन की उस प्रक्रिया के विरोध में आरा-पटना रोड को जाम किया जिसके चलते अपराधी बरी हो गए. ...